अब आंसु बहाने से कुछ नही होगा,सुखा तन दिखाने से कुछ नही होगा अब सुखे जमीन पर आंसमां को देखते हुए फोटो खिचानें से कुछ नहीं होगा जमीन लुट रही है हमारी, कांक्रीटो के जंगल के लिए इस जंगल में आग लगाने से कुछ नही होगा किस्मत आज भी है हमारे हाथों में,किसी के आगे हाथ फैलाने से कुछ नही होगा
http://navindewangan.blogspot.com/2010/03/blog-post_24.html
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अब सुखे जमीन पर आंसमां को देखते हुए फोटो खिचानें से कुछ नहीं होगा
जमीन लुट रही है हमारी, कांक्रीटो के जंगल के लिए
इस जंगल में आग लगाने से कुछ नही होगा
किस्मत आज भी है हमारे हाथों में,किसी के आगे हाथ फैलाने से कुछ नही होगा
वन्दे मातरम्